d एवं f-Block के तत्व

 Class 12th Chemistry Notes In Hindi

d एवं f-Block के तत्व

वैसे तत्व जिसका अंतिम इलेक्ट्रॉन d-उपकक्षा में उपस्थित रहता है,d-block का तत्व कहलाता है। आवर्त सारणी में वर्ग 3 से लेकर 12 तक के तत्वों को d-block का तत्व कहलाता है।

 

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d-block के सभी तत्व प्रायः धातु होते है। अतः ये ठोस की अवस्था में उपस्थित रहता है। किन्तु पारा एक ऐसा तत्व है जो धातु होते हुए भी द्रव्य के रूप में पाया जाता है।

d-block के तत्वों को संक्रमण तत्व भी कहा जाता है क्योकि इनका d-उपकक्षा पूर्ण रूप से भरा हुआ नहीं होता है।

Zn,Cd तथा Hg ये इस ब्लॉक में ऐसे तत्व है जिन्हे संक्रमण तत्व नहीं कहा जाता है। क्योकि इनका d-उपकक्षा पूर्ण रूप से भरा हुआ होता है।

d-उपकक्षा खाली होने के कारण संक्रमण तत्व प्रायः रंगीन होते है। परन्तु Zn ,Cd तथा पारा के यौगिक प्रायः रंगहीन होते है।

d-block में संक्रमण तत्व प्रायः अनुचुंबकिय होते है किन्तु Zn ,Cd ,Hg प्रतिचुंबकिय होते है।

संक्रमण तत्वों के द्रवणांक एवं क्वाथनानाक प्रायः उच्च होते है ,किन्तु Zn ,Cd तथा Hg के क्रिस्टल कमजोर होने के कारण इसके क्वथनांक निम्न हो जाते है।

d-block के तत्वों को मुख्यतः तीन संक्रमण श्रेणियों में विभाजित किया गया है। प्रथम संक्रमण श्रेणी में जो परमाणु उपस्थित है उसकी परमाणु संख्या 21 -30  तक होती है। द्वितीय संक्रमण श्रेणी में परमाणु संख्या 39 से 48 वाले तत्व है,जबकि तृतीय संक्रमण श्रेणी में परमाणु संख्या 57 तथा 72 से 80 तक के तत्वों को रखा गया है।

d-block के तत्वों का सामान्य इलेक्टॉनिक विन्यासा ( ) होता है।

d-block के तत्वों में एक विशेष प्रकार का गुण होता है,जिसके कारण यह समन्वय यौगिकों का भी निर्माण कर लेता है।

d-block के तत्वों का उपयोग उत्प्रेरक के रूप में भी किया जाता है।

*Cd++ के लवण सफ़ेद होते है,क्यों ?

Cd,d-block का तत्व तो है किन्तु संक्रमण तत्व नहीं होता है क्योकि इसका d-उपकक्षा पूर्ण रूप से भरा हुआ होता है। जिसके कारण इलेक्ट्रॉनों का संक्रमण नहीं हो पता है। यही कारण है की Cd++ के लवण सफ़ेद होते है।

d-block में मैगनीज एक ऐसा तत्व है जिसकी ऑक्सीकरण संख्या सबसे अधिक होती है।

d-block के किसी आवर्त में बायें से दायें जाने पर पहले परमाणु का आकार घटता है तथा फिर बढ़ने लगता है,ऐसा मजबूत स्क्रीनिंग प्रभाव के कारण होता है।

*f-block के तत्व

वैसे तत्व जिसका अंतिम इलेक्टॉन एक उपकक्षा में उपस्थित रहता है f-block का तत्व कहलाता है।

f-block के तत्वों को आवर्त सारणी के निचे दो अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है। जिसे लैंथेनाइट श्रेणी तथ एक्टिनाइट श्रेणी कहा जाता है।

लैंथेनाइट श्रेणी में तत्वों की कुल संख्या 14 होती है तथा एक्टिनाइट श्रेणी में भी तत्वों की कुल संख्या 14 होती है। इस प्रकार f-block के तत्वों की कुल संख्या 28 होती है।

f-block के तत्वों को अन्तः संक्रमण तत्व भी कहा जाता है।

जैसे :-Ce58 = 1S2 2S2 2P6 3S2 3P6 4S2 3d10 4p6 5s2 4d10 5p6 6s2 4f6

क्योकि इसमें d-उपकक्षा खाली रहते हुए भी इलेक्ट्रॉन f-उपकक्षा में चला जाता है।

f-block के लैंथेनाइट श्रेणी में बायें से दायें जाने पर कमजोर स्क्रीनिंग प्रभाव के कारण परमाणुओं का आकार घटता जाता है। अतः इस घटना को लैंथेनाइट संकुचन कहा जाता है।

f-block के तत्वों का समान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास:- [ns2(n-1)d10-1(n-2)f1-14]

f-block के सभी तत्व प्रायः रंगीन होते है।

f-block में सीरियम एक ऐसा तत्व है जो प्रायः निश्चित ऑक्सीकरण संख्या दर्शाता है।

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